बीते दिनों कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता का मामला देशभर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घटना के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। हालांकि, घटना के बाद से अब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिल पाया है, जिसके चलते डॉक्टरों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में भी इस घटना के विरोध में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
आज KGMU में डॉक्टर दिव्यांश सिंह, जो रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) के अध्यक्ष हैं, के नेतृत्व में डॉक्टरों ने केंडल मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। डॉक्टर दिव्यांश सिंह ने बताया कि इस घटना ने पूरे मेडिकल समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, और कोलकाता में भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टरों के प्रति एकजुटता व्यक्त की गई। उन्होंने कहा कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
डॉ. दिव्यांश ने यह भी बताया कि पिछले दो महीनों में देश में डॉक्टरों पर हमलों की घटनाओं में तेज़ी से वृद्धि हुई है। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा को लेकर यह एक गंभीर स्थिति बन चुकी है। उन्होंने कहा कि केवल KGMU के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों पर पिछले दो हफ्तों में ही दो अलग-अलग हमले हो चुके हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है। डॉक्टरों ने मांग की है कि सरकार जल्द से जल्द डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक सख्त कानून बनाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस विरोध प्रदर्शन के दौरान डॉक्टरों ने सरकार और प्रशासन से अपील की कि वे इस मामले पर जल्द से जल्द संज्ञान लें और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में न्याय नहीं मिला तो पूरे देश में और बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।